अस्पताल परिसर के मैदान में सफाई कर्मी द्वारा डॉ. के कहने पर खुले में फेंका जा रहा मेडिकल वेस्ट, संक्रमण का बढ़ा खतरा मैदान में घूमते हैं बच्चे और बुजुर्ग, नियमों की खुली अवहेलना,
कलयुग की कलम से राकेश यादव

अस्पताल परिसर के मैदान में सफाई कर्मी द्वारा डॉ. के कहने पर खुले में फेंका जा रहा मेडिकल वेस्ट, संक्रमण का बढ़ा खतरा मैदान में घूमते हैं बच्चे और बुजुर्ग, नियमों की खुली अवहेलना,
कल की कलम उमरिया पान – सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र उमरिया पान में लापरवाही का बड़ा मामला सामने आया है। अस्पताल का संपूर्ण बायो-मेडिकल वेस्ट खुले मैदान में फेंका जा रहा है, जिससे संक्रमण फैलने का गंभीर खतरा उत्पन्न हो गया है। जानकारी के अनुसार अस्पताल परिसर के पीछे स्थित मैदान में डायपर, सिरिंज, ग्लव्स, सेलाइन की बोतलें, ब्लड स्टेन वाले कॉटन व अन्य मेडिकल अवशेष खुले में फेंके जा रहे हैं। ये सभी सामग्री बायो-मेडिकल वेस्ट की श्रेणी में आती हैं, जिनका निस्तारण नियमानुसार किया जाना आवश्यक होता है।
स्थानीय नागरिकों का कहना है कि जब सफाई कर्मी सौरभ से इस संबंध में पूछा गया तो उसने बताया कि वह कचरा बीएमओ साहब के कहने पर यहां फेंक रहा है। यह बात सामने आने के बाद लोगों में भारी आक्रोश व्याप्त है। लोगों का कहना है कि अस्पताल प्रशासन द्वारा इस तरह खुले में मेडिकल वेस्ट फेंकना स्वास्थ्य सुरक्षा नियमों का खुला उल्लंघन है।
गौरतलब है कि बायो-मेडिकल वेस्ट मैनेजमेंट नियम 2016 के अंतर्गत अस्पतालों, क्लीनिकों, लैबों और नर्सिंग होम्स को अपने यहां उत्पन्न मेडिकल कचरे को पृथक करना, चिन्हित कंटेनरों में रखना, और अधिकृत एजेंसी के माध्यम से निस्तारण कराना अनिवार्य है। नियमों के तहत किसी भी परिस्थिति में अस्पताल परिसर या सार्वजनिक स्थान पर मेडिकल वेस्ट फेंकना दंडनीय अपराध है।
स्थानीय निवासियों ने बताया कि यह मैदान पहले लोगों के खेलने और टहलने का प्रमुख स्थान था। अब यह अस्पताल का हिस्सा बन चुका है, लेकिन यहां खुले में कचरा फेंकने से संक्रमण का खतरा बढ़ गया है। सुबह-शाम क्षेत्र के बच्चे क्रिकेट खेलते हैं, बुजुर्ग मॉर्निंग वॉक पर आते हैं और आस-पास के छोटे-छोटे बच्चे मैदान में घूमते रहते हैं। ऐसे में सीरिंज, ग्लव्स या अन्य संक्रमित वस्तुएं बच्चों के हाथ लगने से किसी बड़ी अनहोनी की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता।
स्थानीय नागरिकों ने अस्पताल प्रशासन(B.M.O) से मांग की है कि तत्काल इस तरह के खुले कचरा निस्तारण पर रोक लगाई जाए और बायो-मेडिकल वेस्ट मैनेजमेंट के नियमों का पालन सुनिश्चित किया जाए। साथ ही दोषी कर्मचारियों पर कार्रवाई की मांग की गई है।
जन स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि मेडिकल वेस्ट को खुले में फेंकना न केवल संक्रमण फैलाता है, बल्कि यह पर्यावरण प्रदूषण का भी बड़ा कारण बनता है। इससे मिट्टी, जल और वायु सभी प्रभावित होते हैं। इसलिए आवश्यक है कि अस्पताल अपने कचरे के उचित निपटान की व्यवस्था करे, ताकि क्षेत्र की स्वच्छता और स्वास्थ्य सुरक्षा बनी रहे।




