प्रशासन

जबलपुर लोकायुक्त ने गोराबाजार थाने में पदस्थ प्रधान आरक्षक को 40 हजार रुपए रिश्वत लेते रंगे हाथों किया गिरफ्तार

कलयुग की कलम से रामेश्वर त्रिपाठी

प्रधान आरक्षक ने 50 हजार रुपए मांगी थी रिश्वत, लोकायुक्त ने रंगेहाथों पकड़ा , जबलपुर- मध्यप्रदेश में रिश्वतखोर अधिकारी-कर्मचारियों पर कार्रवाई का सिलसिला लगातार जारी है। लगभग हर दूसरे दिन कहीं न कहीं लोकायुक्त रिश्वतखोर अधिकारी-कर्मचारियों को रिश्वत लेते हुए रंगेहाथों पकड़ रही है लेकिन इसके बावजूद रिश्वतखोर बाज आते नजर नहीं आ रहे हैं। ताजा मामला जबलपुर का है जहां लोकायुक्त पुलिस ने प्रधान आरक्षक को 40 हजार की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया है।

हेड कॉन्स्टेबल रंगेहाथों पकड़ाया

जानकारी के मुताबिक प्रधान आरक्षक उर्मिलेश ओझा गोरा बाजार थाने में पदस्थ है। पीड़ित संदीप यादव ने लोकायुक्त पुलिस से 50 हजार रुपये की रिश्वत मांगने की शिकायत की थी। पीड़ित के अनुसार आरोपी प्रधान आरक्षक उर्मिलेश ओझा ने उससे जमीन के सौदे की जांच के मामले में 50 हजार रुपये की मांग की थी। बताया जा रहा है कि संदीप यादव और राजेन्द्र जायसवाल नाम के शख्स के बीच 2019 में जमीन सौदे को लेकर विवाद हुआ था। संदीप यादव की जमीन की समय पर रजिस्ट्री नहीं हो पाई थी। इस वजह से राजेन्द्र जासवाल संदीप यादव पर जमीन देने का दबाव बना रहा था। इसी मामले में हेड कॉन्स्टेबल को रिश्वत लेते हुए रंगेहाथों लोकायुक्त ने पकड़ा है।

Related Articles

Back to top button