कटनी में प्राकृतिक एवं जैविक हाट-बाज़ार का शुभारंभ कलेक्टर तिवारी ने खरीदी रागी व हरा धनिया — किसानों में उत्साह, शहर में उमंग
कलयुग की कलम से राकेश यादव

कटनी में प्राकृतिक एवं जैविक हाट-बाज़ार का शुभारंभ कलेक्टर तिवारी ने खरीदी रागी व हरा धनिया — किसानों में उत्साह, शहर में उमंग
कलयुग की कलम कटनी -जिला चिकित्सालय के सामने नगर निगम सब्जी मार्केट में मंगलवार को कलेक्टर आशीष तिवारी ने प्राकृतिक एवं जैविक हाट-बाज़ार का शुभारंभ किया। उद्घाटन के बाद कलेक्टर ने स्वयं स्टॉलों का अवलोकन किया और मानव जीवन विकास समिति के विक्रेता सुखसेन सिंह से रागी तथा ढीमरखेड़ा के किसान हरेंद्रलाल सिंह से हरा धनिया खरीदकर ऑनलाइन भुगतान किया। इस कदम ने किसानों व उपभोक्ताओं दोनों में नई ऊर्जा और विश्वास भरा।
कार्यक्रम में नगर निगम कमिश्नर तपस्या परिहार, जिला पंचायत सीईओ हरसिमरनप्रीत कौर, एसडीएम कटनी प्रमोद चतुर्वेदी, सिविल सर्जन डॉ. यशवंत शर्मा, उप संचालक कृषि डॉ. रामनाथ पटेल सहित विभागीय अधिकारी और अनेक प्रगतिशील किसान उपस्थित रहे।
हर मंगलवार मिलेगा शुद्ध जैविक उत्पाद
जिले के जैविक व प्राकृतिक खेती करने वाले किसान अब प्रत्येक मंगलवार इसी स्थान पर अपने उत्पाद लेकर आएंगे। कलेक्टर द्वारा शुरू की गई यह पहल कृषि में रसायनों के उपयोग को कम कर प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने के उद्देश्य से की गई है। इससे किसानों को सीधा बाजार मिलेगा और उपभोक्ताओं को शुद्ध, पौष्टिक व ताज़ा जैविक सब्जियां एक ही स्थल पर उपलब्ध होंगी।
स्वास्थ्य, पर्यावरण और किसान हित—तीनों लक्ष्य साधता हाट-बाज़ार इस आयोजन में किसानों ने जैविक विधि से उगाई गई सब्जियां, अनाज, दालें, मसाले व वनौषधियां प्रदर्शित कीं।
मुख्य उद्देश्य—जैविक खेती को बढ़ावा उपभोक्ताओं को रसायनमुक्त खाद्य उपलब्ध कराना किसानों को उचित मूल्य सुनिश्चित करना स्वस्थ समाज व स्वच्छ पर्यावरण की दिशा में कदम झंडा बाज़ार निवासी सचिन अग्रवाल ने हाट-बाज़ार की पहल को स्वास्थ्य के लिए लाभकारी और समय की मांग बताया।
विशेष — केवल जैविक तरीके से फसल उगाने वाले किसान ही मिलेंगे शामिल
इस अवसर पर स्थानीय पार्षद अवकाश जायसवाल, परियोजना संचालक आत्मा अरूणा सेन, कृषि अधिकारी पूनम गर्ग, किसान गुलशन सिंह, दयाशंकर, सदर सिंह, आशाबाई, रामसिंह, सावित्री, ममता, शिवकुमारी सहित अनेक जैविक उत्पादक अपनी उपज लेकर पहुंचे।
यहां उपलब्ध रहे उत्पाद
जैविक धान, चावल, गेहूं, कोदो, कुटकी, चिया, मक्का, रागी, लाल मिर्च पाउडर, धनिया पाउडर, मटर, मेथी, धनिया, लौकी, सेम, बैंगन, प्याज, पपीता, पत्तेदार सब्जियां व कई पारंपरिक जड़ी-बूटियां।


