Blogमध्यप्रदेश

एमपी में यहां मुर्दे खा रहे 7 लाख 80 हजार रूपए का गेहूं-चावल, खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग की जांच में हुआ खुलासा

कलयुग की कलम से रामेश्वर त्रिपाठी की रिपोर्ट

मध्य प्रदेश के ग्वालियर से एक बड़े फर्जीवाड़े का मामला खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग द्वारा की जांच में सामने आया है। विभाग की जांच में सामने आया है कि ग्वालियर की सरकारी दुकानों से कई परिवार मरे हुए लोगों के नाम पर राशन ले रहे हैं। जांच में सामने आया कि करीब 4841 मृत लोगों के नाम पर हर महीने करीब 780000 रूपए का गेहूं और चावल लिया जा रहा हैं।

बताया जा रहा है कि, हर परिवार का एक सदस्य 161 रुपए के तीन किलो गेहूं और दो किलो चावल लेता है। इस हिसाब से हर महीने सिर्फ ग्वालियर में ही विभाग को 7 लाख 79 हजार 401 रुपए का चूना लगाया जा रहा था। बता दें कि, कुछ समय पहले ही UIDAI ने प्रदेश के 3,13,441 की मृत्यु के बाद उनके नाम पर जारी राशन कार्ड को निरस्त किया था।

ग्वालियर जिले में 2.83 लाख राशन कार्डधारक हैं। इनमें 21,101 अंत्योदय कार्डधारकों को प्रति परिवार 35 किलो राशन मिलता है, जबकि 2,62,134 प्राथमिकता कार्डधारकों को प्रति सदस्य के हिसाब से राशन दिया जाता है। सरकार के अनुसार, एक सदस्य को 161 रुपये मूल्य का गेहूं-चावल मुफ्त मिलता है। 538 राशन दुकानों को कार्डधारकों की ई-केवाईसी करनी थी, लेकिन सात साल में भी यह कार्य पूरा नहीं हुआ। अब तक 71% कार्डों की जांच हुई है। जिले में 5227 मृत सदस्यों के नाम 12 फरवरी तक हटाने का लक्ष्य है। कुछ नाम पहले ही हटाए जा चुके हैं।

Related Articles

Back to top button