उमरिया पान ढीमरखेड़ा ब्लॉक के दर्जनों गांव में बाढ़ के कारण मचा हाहाकार सैकड़ो लोग हुए बेघर
बुजुर्गों ने कहा ऐसा मंजर अपने जीवन काल में नहीं देखा जहां देखो चारों तरफ तबाही ही तबाही
उमरिया पान ढीमरखेड़ा ब्लॉक के दर्जनों गांव में बाढ़ के कारण मचा हाहाकार सैकड़ो लोग हुए बेघर
एडिटर राकेश यादव
कलयुग की कलम -ढीमरखेड़ा मूसलाधार बारिश के कारण दर्जनों गांव डूब गए सैकड़ो लोगो के घर उजड़ गए हालत यह है कि कई लोगों को गृहस्थी का सामान तक मकान से बाहर निकलने का समय तक नहीं मिला ढीमरखेड़ा क्षेत्र तबाही का मंजर बना हुआ
ग्राम- बनेहरी

गर्राघाट के पुल से लगे एक किलोमीटर दूर बनेहरी गांव के एक हिस्से में बेलकुण्ड नदी का पानी आ गया।गांव तक पानी आ जाने से कई घरों के भीतर आ गया। स्कूल के समीप बने राधेलाल गडारी,तेजी लाल कोरी, शांति बाई चौधरी के मकान गिर गए।पेट्रोल पंप के समीप शिवदास कोल, आशीष कोल और अश्वनी कोल जबकि गर्राघाट पुल के ऊपर अशोक बर्मन, राजेश बर्मन और संतो बर्मन के कच्चे मकान गिरकर धराशायी हो गए। जिससे घरों में रखी सामाग्री और गृहस्थी का नुकसान हो गया। परिवार के लोगों ने दूसरों के घरों में गुजारा करने जगह तलाशी।वहीं विनोद पटेल, दीपक और प्रमोद पटेल के घरों में पानी घुसने से परिवार के लोग परेशान हुए।
ढीमरखेड़ा

ढीमरखेड़ा में मौरी नदी का पानी सड़क के ऊपर आ गया। लोगों का आवागमन रुक गया।बस स्टैंड में बनी दुकानों में पानी भर गया। जिससे दुकानदारों को नुकसान पहुँचा है। ढीमरखेड़ा के वार्ड नं 4,5,6,7,8,9,11और 12 में लोंगो के घरों में पानी भर गया।यहाँ टापू जैसे हालात बन गए।स्कूल के पास रह रहे गोविंद कोल और देवी सिंह ठाकुर के कच्चे मकान गिर गए।वहीं बनगवां गांव में भी पानी भर जाने से लोंगों को परेशानी उठानी पड़ी।यहाँ भगवान दास विश्वकर्मा, राजेश बर्मन, परसराम पटेल, अशोक रजक, शीला बाई बर्मन, प्यारे लाल बर्मन, सुशील बर्मन और शीलू बर्मन के मकान क्षतिग्रस्त हो गए।
सिमरिया

सिमरिया गांव में सड़क के करीब 10 फुट ऊपर तक पानी भर गया। मुख्य मार्ग पर एक किलोमीटर की दूरी तक पानी ही पानी रहा।बस्ती के भीतर लोगों के घरों में पानी घुस गया।पानी कम होने पर ग्रामीणों ने राहत की सांस लिया। गांव के वीरेंद्र सेन, कमलेश गौतम, महेश झारिया, सुभाष लखेरा, शरद असाटी के मकानों को क्षति पहुचीं। इतना ही नहीं यहाँ सड़क किनारे बने हनुमान मंदिर की छत के स्तर तक पानी आ गया। मंदिर में स्थापित भगवान की प्रतिमाएं डूब गई।गांव में बाढ़ जैसे हालात निर्मित हो गए। ग्रामीणों को ज्यादा समय तक परेशान होना पड़ा।
पोंडी खुर्द

बेलकुण्ड नदी के किनारे होने के कारण पोंडी खुर्द में जल प्लावन की ज्यादा समस्या है। यहाँ लोगों के मकान डूब गए। सड़कों पर खड़े वाहनों का पता नहीं। घर की छतों में फंसे चैनू चौधरी और कुँवर लाल बर्मन के परिवार के सदस्यों को रेस्क्यू टीम ने बाहर किया। नदिया टोला में रहने वाले आधा सैकड़ा लोगों को शासकीय महाविद्यालय ढीमरखेड़ा में शिफ्ट किया गया। जिन लोगों के घर डूब गए है।उन्हें अन्य लोगों के घरों में रुकने की व्यवस्था बनाई गई है। जबकि आधा दर्जन ऐसे परिवार है, जिनके घर डूब गए हैं ,गृहस्थी नष्ठ हो गई है ऐसे लोगों को जनपद सदस्य एडवोकेट अटल बिहारी बाजपेयी ने अपने घर में रुकने और भोजन की व्यवस्था किया है। गांव के नरेंद्र पटेल,गरीबा पटेल, राजू पटेल, आशीष पटेल, राकेश पटेल, महेन्द्र आदिवासी, रामखिलावन पटेल, बारे आदिवासी, रन्नू अदिवासी,अमर सिंह ठाकुर, चरुवेंद्र बर्मन सहित ढाई तीन दर्जन लोगों के घर ढह गए हैं। गृहस्थी और उपयोगी सामाग्री बह गई है। हुकुम सिंह चौहान, सोनेलाल पटेल,धनंजय पटेल, विनोद आदिवासी, बंटी आदिवासी,रामकुमार पटेल, संदीप पटेल, प्रेमवती बर्मन, आंगनवाड़ी भवन और विजय पटेल की दुकान में पानी भरने से नुकसान हुआ है। यहाँ जनपद सदस्य अटल बिहारी बाजपेयी,समाजसेवी ब्रजेश पटेल, सुजश बाजपेयी अपने साथियों के लगातार लोगो की मदद करते रहे और प्रशासन को भी गांव की समस्या से अवगत कराया। गांव पानी के कारण चारों तरफ घिर गया है। गांव का लोगों का घरों से निकलना मुश्किल हो गया है। कई लोग घरों की दूसरी मंजिलों में गुजारा कर रहे हैं।यहाँ घरों में इस कदर पानी भर गया है कि छतों पर लगे बिजली उपकरण भी डूब गए हैं, हालांकि बिजली बंद होने से किसी प्रकार की घटना नहीं हुई है।
पिपरिया शुक्ल

बेलकुण्ड नदी का पानी पिपरिया शुक्ल से होकर निकलता है। इसलिए इस गांव का आधा हिस्सा पानी मे डूबा रहा। कच्चे मकान पानी में डूबकर ढह गए।जबकि पक्के घरों में पानी घुस गया।अन्य लोगों के घरों में लोगों ने रहने की व्यवस्था बनाई। कई घरों की छतों में बीते दो दिन से गुजारा कर रहे है। गांव के पन्ना लाल नामदेव,राममित्र पटेल, राजू पटेल, दुर्गा यादव, फूलचंद यादव, तेजी साहू के मकानों को क्षति पहुचीं। नदी किनारे गांव होने से यहाँ ग्रामीणों को ज्यादा परेशानी है।यहाँ भी डूब में फंसे लोगों को रेस्क्यू टीम ने सुरक्षित स्थान पर किया।
ये नदी नाले रहे उफान पर-:
1- उमरियापान क्षेत्र में- बेलकुण्ड, कटकहरी,सिलपरा नदी
2- ढीमरखेड़ा क्षेत्र में- मौरी ,बेलकुण्ड नदी, कौभी और गहरा नाला
3- सिलौंडी क्षेत्र की- दतला, हिरण,लभेर, सुआ नदी और सूखा नाला
बारिश से ये मार्ग हुए प्रभावित-
उमरियापान से स्लीमनाबाद
उमरियापान से सिहोरा
उमरियापान से ढीमरखेड़ा
उमरियापान से सतधारा मझगवां
उमरियापान से परसेल
उमरियापान से टोला खलरी से मोहला
भनपुरा से धरवारा
ढीमरखेड़ा से सिलौंडी
ढीमरखेड़ा से विलायत कला
ढीमरखेड़ा से ठिर्री
ढीमरखेड़ा से परसेल-कुम्ही सतधारा
सिलौंडी से कुंडम
सिलौंडी से सिहोरा
सिलौंडी से बीजापुरी
सिलौंडी से झिलमिला
सिलौंडी से गोपालपुर
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