मध्यप्रदेश

जबलपुर जिले के नेमा हार्ट हॉस्पिटल में लगी आग, नगर निगम के पांच दमकलों ने एक घंटे में पाया आग पर काबू, नहीं थी फायर से निपटने व्यवस्था, कलेक्टर ने दिए जांच के निर्देश

कलयुग की कलम से रामेश्वर त्रिपाठी

जबलपर जिले के अंतरराज्यीय बस अड्डे के समीप स्थित नेमा हार्ट हॉस्पिटल में मंगलवार की रात आग लगने से हडक़ंप मच गया। उस समय अस्पताल में केवल दो महिला मरीज भर्ती थीं। जिन्हें सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया। आग से फर्नीचर व अन्य सामान जलकर खाक हो गए। आग लगने के कारण का पता नहीं चला है, लेकिन इस हादसे ने जून 2022 में निजी अस्पताल में हुए भीषण अग्निकांड की याद को ताजा कर दिया।जानकारी के अनुसार दीनदयाल चौक स्थित नेमा हार्ट हॉस्पिटल में मंगलवार की रात करीब पौने दस बजे ऊपरी मंजिल में आग लगी। तेज लपटों के साथ धुआं उठने से अफरा-तफरी का माहैल निर्मित हो गया। नगरनिगम से पांच दमकल और पानी के टैंकर मौके पर भेजे गए। जिन्होंने एक घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। हालांकि किसी तरह की जनहानि की सूचना नहीं मिली है। इस घटना के बाद कलेक्टर सक्सेना ने शहर के सभी अस्पतालों की फायर ऑडिट करने के आदेश दिए हैं।

दो मरीज थे भर्ती

बताया गया है कि अस्पताल में केवल दो महिला मरीज भूतल के वार्ड में भर्ती थीं, जिन्हें जल्दी ही बाहर निकाल लिया गया और उनके परिजन दूसरे अस्पताल लेकर चले गए। यह भी जानकारी लगी है कि अस्पताल प्रबंधन कुछ दिनों से मरीजों की भर्ती रोक रखी थी। स्टाफ को भी सुरक्षित निकाल लिया गया है। अभी अस्पताल प्रबंधन की ओर से कोई बयान नहीं आया है।

फायर से निपटने की नहीं थी व्यवस्था

सीएमएचओ डॉ.संजय मिश्रा ने बताया कि डॉ.रामनारायण नेमा को अस्पताल का संचालन बंद करने 17 अप्रेल को नोटिस दिया जा चुका था। क्योंकि फायर इंजीनियर की ओर से लिखकर दिया गया था कि अस्पताल भवन में फायर फाइटिंग के उपयुक्त इंतजाम नहीं हैं। इसके बाद से अस्पताल में मरीज भर्ती नहीं किए जा रहे थे। पहले से भर्ती मरीजों का ही उपचार जारी था। मामले की जांच के लिए कलेक्टर दीपक सक्सेना कमेटी गठित करने का निर्देश दिया है। उन्होंने कहा कि नगर निगम, स्वास्थ्य विभाग, इलेक्ट्रिकल इंजीनियर की संयुक्त कमेटी गठित कर मामले की जांच करें।

बारात के शोर में दब गई आवाज

घटना के वक्त अस्पताल के सामने से तीन बारात निकल रहीं थीं, जिनके बैंड बाजे के शोर में आवाज दब गई थी। इससे भर्ती मरीज के परिजन तनाव में आ गए थे। हालांकि नगरनिगम की फायर फाइटर टीम ने उनकी मदद की। आग अस्पताल के भीतर से लगी या फिर बारात की आतिशबाजी से इसकी जांच की जा रही है। पुलिस भी इस मामले में अभी कुछ नहीं कह पा रही है।

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