बोर्ड परीक्षा परिणाम की बेहतरी के लिए विशेषज्ञों से मिले कई महत्वपूर्ण सुझाव जिला शिक्षा अधिकारी पी पी सिंह मौजूद रहे
कलयुग की कलम से राकेश यादव
बोर्ड परीक्षा परिणाम की बेहतरी के लिए विशेषज्ञों से मिले कई महत्वपूर्ण सुझाव जिला शिक्षा अधिकारी पी पी सिंह मौजूद रहे
कलयुग की कलम कटनी-जिले के बोर्ड परीक्षा परिणाम में वृद्धि के लिए जिला एक्जाम एनोवेशन समिति की बैठक गुरुवार को शासकीय उत्कृष्ट उ० मा० वि० माधव नगर कटनी में सम्पन्न हुई ।परीक्षा नोडल अनिल चक्रवर्ती ने सभी विषय -विशेषज्ञों को पूर्व वर्ष की भांति फाइनल -30 की रूपरेखा बनाने का एक नया स्वरूप दिया। इस दौरान जिला शिक्षा अधिकारी पी पी सिंह मौजूद रहे। बैठक में चर्चा के दौरान 2025 के बोर्ड परीक्षा परिणाम सुधार हेतु कई महत्वपूर्ण सुझाव मिले। जैसे प्रश्न पत्र के प्रकार पर चर्चा की गई जिसमें अंक 1 के 4 प्रश्न, अंक 2 के 3 प्रश्न, अंक 3 के 2 प्रश्न, अंक 4 के 1 प्रश्न बनाने का सुझाव दिया गया। साथ ही बोर्ड परीक्षा के पूर्व अलग-अलग शिक्षकों द्वारा 4 मॉडल पेपर बनाने हेतु सुझाव दिया गया।गुणात्मक सुधार हेतु बच्चों के लिखने के कौशल को विकसित करने में जोर देना है।
नवाचार हेतु जतिन लाहोरिया सहायक संचालक विकास खण्ड शिक्षा अधिकारी बड़वारा द्वारा सुझाव दिया गया कि प्रत्येक कक्षा में प्रत्येक विषय में एक क्लास मेंटर बच्चों के बीच से ही बनाया जाय और प्रत्येक मेंटर को सभी बच्चों को मिशन 30 पूरा करने की जवाबदारी दी जाये। साथ ही प्रत्येक विषय का प्रति शनिवार साप्ताहिक टेस्ट आवश्य लिया जाय व उसकी कमियों को अगले कार्यदिवस में बच्चों से पूरा कराया जावे। संख्यात्मक के साथ-साथ गुणात्मक शिक्षा का विकास हो यह भी महत्वपूर्ण है यह सुझाव दिया गया।
जिला शिक्षा अधिकारी श्री पी पी सिंह ने बताया कि प्रत्येक स्कूल से अर्धवार्षिक परीक्षा परिणाम में टॉपर विद्यार्थी को जिले की टीम से संपर्क कराकर उनकी विषय संबंधी कठिनाइयों को दूर कर इस वर्ष अधिक से अधिक विद्यार्थी प्रदेश की मेरिट लिस्ट में शामिल हो इसका प्रयास किया जावे।
समिति के सभी सदस्यों ने अपने-अपने विचार रखे। प्रवीण तिवारी सहायक संचालक विकासखंड शिक्षा अधिकारी रीठी, संयुक्ता उइके सहायक संचालक विकासखंड शिक्षा अधिकारी ढ़ीमरखेडा, डॉ सचिन श्रीवास्तव जिला सह समन्वयक आई टी सेल जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय ने अपने- अपने सुझाव दिये व निचले स्तर पर मॉनीटरिंग पर विशेष ध्यान देने पर जोर दिया गया।




