मध्यप्रदेश
बागेश्वर धाम से ओरछा..160 KM की पदयात्रा पर निकले धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री, जाने 9 दिन कहां-कहां जाएंगे
Kalyug Ki Kalam Se Rameshwar Tripathi ki report
बागेश्वर बाबा यानि पंडित धीरेंद्र शास्त्री की 9 दिवसीय पदयात्रा यात्रा शुरू हो चुकी है यात्रा से पहले बाबा के आश्रम में हजारों श्रद्धालुओं का हुजूम उमड़ा. हिन्दू एकता के संकल्प के साथ यह पदयात्रा शुरू हुई. पहले दिन यह पदयात्रा 20 किमी चलेगी. फिर छतरपुर, नौगांव, निवाड़ी, मऊरानीपुर होते हुए 29 नवंबर को ओरछा के रामराजा मंदिर पहुंचेगीl
बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री ने आज यानि 21 नवंबर से अपनी 9 दिवसीय पदयात्रा शुरू कर दी है. यह पदयात्रा सुबह 8 बजे बागेश्वर धाम बालाजी मंदिर के दर्शन एवं राष्ट्रध्वज व भगवां ध्वज फहराकर प्रारंभ हुई. हिन्दुओं के बीच मौजूद जाति भेदभाव, छुआछूत, अगड़े और पिछड़े का फर्क मिटाने के लिए यह पदयात्रा निकाली गई है. 9 दिन तक इस यात्रा में क्या-क्या होगा चलिए जानते हैं पूरा शेड्यूल…
बागेश्वर धाम से प्रारंभ होने वाली यह पदयात्रा पहले दिन ग्राम गढ़ा तिराहा से होते हुए लगभग 20 किमी दूर ग्राम कदारी तक पहुंचेगी. इस पदयात्रा को देश के अनेक जाने-माने संतों की उपस्थिति में प्रारंभ किया जाएगा. पदयात्रा के दौरान बुन्देली कलाकार, स्थानीय लोककलाओं का प्रदर्शन भी करेंगे.
बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री ने आज यानि 21 नवंबर से अपनी 9 दिवसीय पदयात्रा शुरू कर दी है. यह पदयात्रा सुबह 8 बजे बागेश्वर धाम बालाजी मंदिर के दर्शन एवं राष्ट्रध्वज व भगवां ध्वज फहराकर प्रारंभ हुई. हिन्दुओं के बीच मौजूद जाति भेदभाव, छुआछूत, अगड़े और पिछड़े का फर्क मिटाने के लिए यह पदयात्रा निकाली गई है. 9 दिन तक इस यात्रा में क्या-क्या होगा चलिए जानते हैं
बागेश्वर धाम से प्रारंभ होने वाली यह पदयात्रा पहले दिन ग्राम गढ़ा तिराहा से होते हुए लगभग 20 किमी दूर ग्राम कदारी तक पहुंचेगी. इस पदयात्रा को देश के अनेक जाने-माने संतों की उपस्थिति में प्रारंभ किया जाएगा. पदयात्रा के दौरान बुन्देली कलाकार, स्थानीय लोककलाओं का प्रदर्शन भी करेंगे.
क्या बोले बागेश्वर बाबा
बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पं. धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री ने मीडिया को दी जानकारी में बताया कि देश भर का हिन्दू जाग रहा है और समाज के भीतर मौजूद जाति भेदभाव को खत्म कर एकजुट होकर भारत के विकास के लिए आगे आ रहा है. इस पदयात्रा का उद्देश्य हिन्दुओं को जगाकर भारत को सामथ्र्यवान बनाना है. यही जागृत हिन्दू समाज हिन्दू राष्ट्र का निर्माण करेगा. उन्होंने कहा कि इस यात्रा में शामिल होने के लिए देश ही नहीं बल्कि विदेश से भी अनेक सनातनी लोग शामिल हो रहे हैं.
लगभग 20 हजार लोगों ने इस यात्रा में साथ चलने के लिए पूर्व से पंजीयन कराए हैं. जबकि, इससे कई गुना अधिक लोग बिना पंजीयन के ही यात्रा में सम्मिलित हो सकते हैं. उन्होंने लोगों से शांतिपूर्ण तरीके से इस यात्रा में शामिल होने और उत्साह के साथ यात्रा को सफल बनाने का आह्वान किया है.
इन संतों की रहेगी उपस्थिति
इस यात्रा को सफल बनाने के लिए देश के अनेक सनातनी संत बागेश्वर महाराज के संकल्प में साथ खड़े नजर आ रहे हैं. बागेश्वर धाम समिति की ओर से बताया कि 21 नवंबर को इस यात्रा के शुभारंभ अवसर पर जगतगुरू तुलसी पीठाधीश्वर श्रीराम भद्राचार्य जी के द्वारा भगवां ध्वज दिखाया जाना तय किया गया था. किन्तु आकस्मिक रूप से उनका स्वास्थ्य खराब हो जाने के कारण वो नहीं आ सके. किन्तु 21 को देश के जाने-माने संत गोपालमणि जी, कथाव्यास संजीवकृष्ण ठाकुर, इंद्रेश उपाध्याय, हनुमान गढ़ी अयोध्या के महंत राजू दास महाराज एवं सुदामा कुटी वृंदावन के महंत उपस्थित रहे.
इस यात्रा में मलूक पीठाधीश्वर राजेन्द्र दास, जगतगुरू राघवाचार्य, देश के जाने-माने कथाव्यास अनिरूद्धाचार्य, कृष्णचन्द्र ठाकुर, मृदुलकांत, मनोज मोहन, तुलसीवन से कौशिक जी महाराज, ऋषिकेश से चिदानंद मुनि जी, गोरेलाल कुंज से किशोरदास जी महाराज, भिण्ड से दंदरूआ सरकार, महाराष्ट्र से गोविंददेव गिरि, वृंदावन से पुण्डरीक गोस्वामी जी, तुलसी पीठाधीश्वर के उत्तराधिकारी रामचन्द्रदास, सतुआ बाबा प्रयागराज, दीनबंधु दास, बल्लभाचार्य जैसे शीर्ष कोटि के संत भी उपस्थित हैं.
महापुरूषों की झांकियां और बालाजी का रथ चलेगा
इस पदयात्रा में सभी हिन्दू समाजों को एकजुट करने के उद्देश्य से विभिन्न समाजों के महापुरूषों को झांकियों के रूप में सम्मिलित किया जा रहा है. यात्रा में ऐसे 15 रथ तैयार किए गए हैं जिनमें गौरथ, महापुरूषों के रथ, बागेश्वर बालाजी का रथ, बागेश्वर धाम का संकल्प रथ शामिल है. इसके अलावा अपने बालों से 160 किमी तक रथ को खींचने वाले बुन्देलखण्ड के खली बद्री विश्वकर्मा भी उपस्थित रहेंगे. पूरी पदयात्रा के दौरान वरिष्ठ नागरिक शंकर सोनी, सुरेश बाबू खरे, राकेश असाटी आदि राष्ट्रध्वज तिरंगा एवं भगवां ध्वज लेकर चलेंगे.
600 पुलिस जवान तैनात
इस पदयात्रा के दौरान बुन्देली कलाकार भी अपनी प्रस्तुतियां देंगे. पदयात्रा के दौरान कई डीजे वाहन, घोड़े, बग्घी आदि भी सम्मिलित होंगे. चप्पे-चप्पे पर पुलिस, चार स्तर का होगा सुरक्षा घेरा बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर की लोकप्रियता भारत ही नहीं बल्कि दुनिया के अनेक देशों तक पहुंच चुकी है. उनकी इस यात्रा में किसी प्रकार का विघ्र उत्पन्न न हो इसलिए मप्र सरकार और उप्र सरकार की ओर से सुरक्षा के तगड़े इंतजाम किए गए हैं. चार दिनों तक यह यात्रा छतरपुर जिले में ही रहेगी. छतरपुर एसपी अगम जैन ने बताया कि यात्रा की सुरक्षा के लिए भोपाल पुलिस मुख्यालय एवं सागर पुलिस मुख्यालय से 600 पुलिस जवान भेजे गए हैं.




