मध्यप्रदेश

बालाघाट के वारासिवनी में डिप्टी रेंजर और वनरक्षकों ने नशे में चूर होकर महादेव मंदिर परिसर में खूब मचाया उत्पात, ध्वज भी जलाये, ग्रामीणों का आक्रोश

कलयुग की कलम से रामेश्वर त्रिपाठी की रिपोर्ट

भोपाल- एमपी में सरकारी अफसर और कर्मचारियों की एक ऐसी करतूत सामने आई है कि हर कोई उन्हें धिक्कार रहा है। इन लोगों ने नशे में चूर होकर मंदिर में खूब उत्पात मचाया। मंदिर में तोड़फोड़ की, कुर्सी टेबिल उलट पलट दिए यहां तक कि मंदिर के ध्वज भी जला डाले। बालाघाट के वारासिवनी में यह वारदात हुई।
महादेव मंदिर में डिप्टी रेंजर और वनरक्षकों ने नशे में मंदिर परिसर में खूब तोड़फोड़ की। वारासिवनी वन मंडल के इस मंदिर में नशेलची सरकारी अमले ने कुर्सी, टेबलों को उठा उठाकर पटका और दुकानों में भी तोड़फोड़ की।

मंदिर के ध्वज भी जला दिए।

वन विभाग के डिप्टी रेंजर और तीन वनपालों ने शराब के नशे में यह उत्पात मचाया। शनिवार देर रात ये सभी ग्राम पंचायत रमरमा के महादेव मंदिर पहुंचे थे। डिप्टी रेंजर और वनपालों ने मंदिर परिसर में लगी कुर्सी, टेबल और दुकानों में तोड़फोड़ की। परिसर में लगे ध्वजों को भी जला दिया। ग्रामीणों को जानकारी मिली तो वे आक्रो​शित हो उठे। तब विधायक मौके पर पहुंचे।
रात करीब सवा दस बजे यह घटना हुई। दुकानदारों और चौकीदार के अनुसार डिप्टी रेंजर राजेंद्र बिसेन, वनपाल रविंद्र लड़कर, राजा मड़ावी और अशोक परते ने नशे में जमकर उत्पात मचाया। बाद में ये सभी भाग गए। थोड़ी देर में जब ग्रामीण और मंदिर समिति के पदाधिकारी मौके पर पहुंचे तो उन्होंने देखा कि टेबिल—कुर्सियां टूटी पड़ी थीं और मंदिर के ध्वज जल रहे थे।
वारासिवनी के विधायक विवेक विक्की पटेल और कटंगी के विधायक गौरव पारधी को तुरंत घटना की सूचना दी गई। दोनों विधायकों ने यहां आकर गुस्साए ग्रामीणों काे शांत कराया। इधर चौकीदार राजकुमार मर्सकोले ने रेंजर छत्रपाल सिंह जादौन को बताया कि डिप्टी रेंजर राजेंद्र बिसेन तीनों वनपालों के साथ यहां दो बाइकों से आए थे। चारों नशे में चूर थे और आते ही तोड़फोड़ शुरु कर दी।

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