Blog

प्रशासनिक पुनर्गठन की दिशा में महत्वपूर्ण कदम, श्रीमति निधि गोहल बनीं ढीमरखेड़ा की नई अनुविभागीय अधिकारी, श्रीमति विकी उईके की पदस्थापना संयुक्त कलेक्टर कटनी के रूप में

कलयुग की कलम से सोनू त्रिपाठी

कटनी- मध्यप्रदेश प्रशासनिक सेवा में एक बार फिर से तबादलों की श्रृंखला देखने को मिली है। इस क्रम में कटनी जिले में कार्यरत दो वरिष्ठ महिला अधिकारियों को उनके कार्यक्षेत्रों में नवीन जिम्मेदारियाँ सौंपी गई हैं। इस परिवर्तन ने न केवल प्रशासनिक ढांचे में नयापन लाया है, बल्कि यह भी दर्शाया है कि प्रशासनिक दक्षता और कर्मठता को समय – समय पर नए दायित्वों के माध्यम से सम्मानित किया जाता है।

श्रीमति निधि गोहल की पदस्थापना ढीमरखेड़ा के अनुविभागीय अधिकारी के रूप में

श्रीमति निधि गोहल, जो पूर्व में कटनी जिले में संयुक्त कलेक्टर के पद पर कार्यरत थीं, अब उन्हें ढीमरखेड़ा अनुविभाग की कमान सौंपी गई है। यह एक अत्यंत जिम्मेदार और जमीनी स्तर की प्रशासनिक जिम्मेदारी है, जहाँ अधिकारी को सीधे ग्रामीण जनता से संवाद बनाना पड़ता है और विकास योजनाओं को क्रियान्वित करने के लिए त्वरित निर्णय लेने होते हैं। श्रीमति गोहल एक तेजतर्रार और संवेदनशील प्रशासनिक अधिकारी के रूप में जानी जाती हैं। उनके कार्यकाल में कटनी जिले में अनेक जनकल्याण योजनाओं का प्रभावी क्रियान्वयन हुआ। विशेष रूप से महिला सशक्तिकरण, शिक्षा, स्वास्थ्य सेवाओं के विस्तार, ग्रामीण रोजगार योजनाओं में उनकी भूमिका उल्लेखनीय रही। ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में शासन की योजनाओं को पारदर्शी ढंग से लागू करने के लिए उन्होंने डिजिटल निगरानी और नियमित निरीक्षण व्यवस्था को मजबूत किया। अब जब उन्हें ढीमरखेड़ा जैसे आदिवासी बहुल, ग्रामीण क्षेत्र का नेतृत्व सौंपा गया है, तो उनकी नीतियों और संवेदनशील दृष्टिकोण से क्षेत्र में कई परिवर्तन की आशाएँ जुड़ी हैं। ढीमरखेड़ा क्षेत्र में पीने के पानी की समस्या, आवागमन के साधनों की कमी, वन-अधिकार, ग्रामीण आजीविका जैसे मुद्दे प्रमुख हैं, जिनसे निपटने में श्रीमति गोहल की कार्यकुशलता अहम भूमिका निभा सकती है।

Related Articles

Back to top button