मध्यप्रदेश

MP NEWS: एमपी के इंदौर में जमीन की नपाई कराने गए तहसीलदार और पटवारी पर फायरिंग, जान बचाकर भागे

कलयुग की कलम से रामेश्वर त्रिपाठी

इंदौर के बाणगंगा थाना क्षेत्र में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है। जहां जमीन की नपती करने पहुंचे तहसीलदार और पटवारी पर एक सुरक्षा गार्ड ने फायरिंग कर दी। घटना के समय मौजूद लोगों ने इस पूरे वाकये का वीडियो भी बना लिया, जिससे घटनास्थल पर मौजूद तनाव की स्थिति साफ दिखाई दे रही है।
जानकारी के मुताबिक मामला बाणगंगा थाना क्षेत्र का है। इलाके के अरबिंदो अस्पताल और पटेल परिवार के बीच जमीन को लेकर विवाद चल रहा था। जब तहसीलदार और पटवारी जमीन की नपती करने पहुंचे और बुलडोजर के माध्यम से कब्जे हटाने की कार्रवाई शुरू हुई, तो मौके पर तैनात सुरक्षा गार्ड ने अचानक फायरिंग शुरू कर दी। इस घटना के बाद तहसीलदार और पटवारी अपनी जान बचाकर मौके से भाग निकले। गोली चलने की आवाज से इलाके में हड़कंप मच गया। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और जांच शुरू कर दी। आरोपी सुरक्षा गार्ड को भी गिरफ्तार कर लिया गया है। एक सुरक्षा गार्ड फरार बताया जा रहा है। प्रारंभिक जांच में यह भी सामने आया है कि जिस गार्ड ने गोली चलाई वह नशे में था।
जानकारी के मुताबिक, इंदौर की विशेष अदालत ने 2023 में इस जमीन को अरबिंदो अस्पताल के पक्ष में आदेशित किया था। इसके बाद प्रशासन ने कब्जा हटाने की कार्रवाई शुरू की लेकिन, सुरेश पटेल परिवार ने इस फैसले को स्वीकार नहीं किया और जबरन कब्जा बनाए रखा। SDM निधि वर्मा ने बताया कि यह जमीन ईडी में अटैच है। इसके बाद जबलपुर हाईकोर्ट ने जमीन को अतिक्रमण से मुक्त करवाने के आदेश दिए। आज जब प्रशासन ने कब्जा हटाने की कोशिश की तो पटेल परिवार के गार्डों ने गोली चला दी। पटेल परिवार ने यहां पर कई लोगों को जमीन बेची और उन्होंने मकान भी बना लिए। 2023 में आए फैसले के बाद से कई लोगों ने मकानों और जमीन से कब्जा हटा लिया लेकिन तीन मकानों में अभी भी लोग रह रहे हैं। इन मकानों में पटेल परिवार के परिचित गार्ड भी रहते हैं। प्रशासन के अधिकारी इन्हीं मकानों को खाली करवाने के लिए पहुंचे थे और गार्डों ने फायरिंग कर दी। घटना के दौरान पुलिस टीम भी थी लेकिन उन्होंने जवाबी फायरिंग नहीं की। एसडीएम निधि वर्मा ने कहा कि हम बाणगंगा थाने में इस मामले में केस दर्ज करवाएंगे। गोली चलाने वाले एक गार्ड को पुलिस ने पकड़ लिया है। एक की तलाश की जा रही है।

शांति बनाने और अफवाह न फैलाने की अपील की

यह घटना न केवल सरकारी अधिकारियों की सुरक्षा पर सवाल उठाती है, बल्कि कानून और व्यवस्था की स्थिति को भी चुनौती देती है। ऐसे जमीनी विवाद अक्सर हिंसक रूप ले लेते हैं, जिससे समाज में असुरक्षा की भावना पैदा होती है। पुलिस और अधिकारियों ने सार्वजनिक रूप से अपील की है कि लोग शांति बनाए रखें और अफवाहों पर ध्यान न दें। पुलिस जांच में सहयोग करें और कानून का पालन करें। यह घटना एक बार फिर हमें याद दिलाती है कि जमीनी विवाद कितने खतरनाक हो सकते हैं। इन विवादों के निपटारे के लिए एक प्रभावी तंत्र विकसित करने की आवश्यकता है।

Related Articles

Back to top button