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नशे में महादेव मंदिर परिसर में तोड़फोड़ व झंडे को जलाने वाले डिप्टी रेंजर और चार वनरक्षक निलंबित

कलयुग की कलम से रामेश्वर त्रिपाठी की रिपोर्ट

भोपाल/बालाघाट- बालाघाट दक्षिण वन मंडल के वारासिवनी रेंज अंतर्गत रमरमा सर्किल में स्थित देव स्थान रमरमा परिसर में 20 अप्रैल की रात्रि बेखौफ होकर महादेव मंदिर परिसर में तोड़फोड़ करने वाले डिप्टी रेंजर सहित अन्य वनरक्षकों को डीएफओ बालाघाट ने निलंबित कर दिया है। इस अवधि में उन्हें लांजी मुख्यालय में अटैच किया गया है।
जानकारी के अनुसार, राजेंद्र बिसेन डिप्टी रेंजर सर्किल रमरमा, अशोक परते वनरक्षक रमरमा, रविंद्र लड़कड़ कार्यवाहक डिप्टी रेंजर सावंगी और राजा मेरावी वनरक्षक नैतरा में पदस्थ के द्वारा 20 अप्रैल की देर रात्रि को रमरमा के पेंदीटोला के जंगल की पहाड़ी में विराजित भगवान महादेव का स्थान है, जिस पर लाखों लोगों की आस्था जुड़ी हुई हैं। साथ ही यहां पर बहता झरना लोगों को अपने ओर आकर्षित करता है।
इस स्थान पर चारों वन विभाग के कर्मचारियों के द्वारा शराब नशे में चूर होकर कुर्सियां, दुकानें सहित सामानों में तोड़फोड़ की गई। जब इसकी जानकारी ग्रामीणों को पता चली तो मोटर साइकिल को छोड़कर वहां से फरार हो गए। यही नहीं विवाद होने की जानकारी मिलते ही वारासिवनी विधायक विवेक पटेल, कटंगी विधायक गौरव सिंह पारधी के अलावा वारासिवनी थाना प्रभारी और वारासिवनी रेंजर क्षत्रपाल सिंह जादौना के द्वारा मौके पर पंचनामा की कार्यवाई की गई थीं। जिसके बाद जांच करने बीआर सिरसाम एसडीओ वन विभाग कटंगी के द्वारा मौके स्थाल पहुंचकर मामले की जांच गई।

चारों के खिलाफ अभी तक अपराध दर्ज नहीं किए जाने से ग्रामीणों में आक्रोश

दक्षिण सामान्य वनमंडलाधिकारी बालाघाट मिना मिश्रा ने बताया कि 20 अप्रैल की रात्रि में रमरमा देव स्थान पर कुछ वनकर्मियों के द्वारा कुर्सियां सहित अन्य सामान तोड़फोड़ करने की शिकायत ग्रामीणों के द्वारा दी गई थी। जहां जांच दल के द्वारा जांच किया गया। जिसमें वारासिवनी वन परिक्षेत्र अंतर्गत राजेंद्र बिसेन डिप्टी रेंजर रमरमा, अशोक परते वनरक्षक, रविंद्र लड़कड़ कार्यवाहक डिप्टी रेंजर और राजा मेरावी वनरक्षक के द्वारा प्रारंभिक जांच में दोषी पाए गए हैं, जिन्हें मप्र सिविल सेवा अधिनियम 1965 के नियम 3 एवं मप्र सिविल सेवा वगीकरण नियत्रंण एवं अधिनियम 1966 के नियम 9 के तहत सभी चारों को निलंबित किया गया है। निलंबित अवधि में चारों को वन विभाग लांजी के पश्चिम व पूर्व रेंज में पदस्थ किया गया हैं। इधर, थाना में चारों के खिलाफ अभी तक अपराध दर्ज नहीं किए जाने से ग्रामीणों में आक्रोश व्याप्त है।
रमरमा की पहाड़ी पर भगवान महादेव की मंदिर है। जहां सीढि़यों पर रखी कुर्सियों में तोड़फोड़ की घटना की शिकायत के बाद प्रारंभिक जांच में दोषी डिप्टी रेंजर व वनकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है। जांच दल के द्वारा जांच की जाएगी।निलंबित अवधि तक वनकर्मियों को लांजी मुख्यालय में पदस्थ किया गया हैं।

मीना मिश्रा, वनमंडलाधिकारी, दक्षिण सामान्य बालाघाट

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