आस्थामध्यप्रदेश

दशहरा पर्व पर उमरिया पान कटरा बाजार में रामलीला समापन समारोह संपन्न, मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम, माता सीता, लक्ष्मण, पवनसुत हनुमान, की आरती कर दी गई विदाई।

कलयुग की कलम से राकेश यादव

दशहरा पर्व पर उमरिया पान कटरा बाजार में रामलीला समापन समारोह संपन्न, मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम, माता सीता, लक्ष्मण, पवनसुत हनुमान, की आरती कर दी गई विदाई।

कलयुग की कलम उमरिया पान – कटरा बाजार में दस दिन तक चले भव्य दशहरा पर्व और ऐतिहासिक रामलीला मंचन का समापन रविवार की शाम श्रद्धा और भक्ति के माहौल में संपन्न हुआ। समापन अवसर पर दुर्गा उत्सव समिति कटरा बाजार द्वारा आयोजित कार्यक्रम में भगवान श्रीराम, माता सीता, लक्ष्मण एवं पवनसुत हनुमान सहित सभी रामलीला पात्रों की विधिवत आरती कर पूजा-अर्चना की गई और उन्हें भावभीनी विदाई दी गई।

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oplus_34इस अवसर पर दुर्गा उत्सव समिति के अध्यक्ष सुभाष चौरसिया, उपाध्यक्ष किशोरीलाल चौरसिया, जिला मंत्री विजय दुबे सहित समिति के अन्य पदाधिकारी, नगर के गणमान्य नागरिक, समाजसेवी, व्यापारी वर्ग, क्षेत्र के वरिष्ठजन एवं बड़ी संख्या में नगरवासी उपस्थित रहे। समापन समारोह में थाना प्रभारी उमरिया पान एवं वन विभाग के रेंजर मिश्रा जी भी विशेष रूप से उपस्थित होकर आयोजन की शोभा बढ़ाई।
oplus_34
oplus_34दस दिनों तक चली रामलीला के मंचन ने नगरवासियों को मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम के जीवन से जुड़ी शिक्षाएं और आदर्शों से अवगत कराया। राम जन्म, ताड़का वध, सीता स्वयंवर, राम-वनगमन, सुग्रीव मैत्री, रावण वध और अंततः अयोध्या लौटने जैसे प्रसंगों का मंचन देखकर श्रद्धालु भाव-विभोर हो उठे। प्रत्येक दृश्य ने धर्म, सत्य, त्याग और मर्यादा के गूढ़ संदेश को समाज के सामने प्रस्तुत किया।
oplus_34
oplus_34समापन अवसर पर आयोजित आरती में मंचन के सभी पात्रों को विशेष रूप से सम्मानित किया गया। समिति की ओर से सभी पात्रों का आभार व्यक्त किया गया। आरती के दौरान जय श्रीराम और बजरंगबली की गूंज से पूरा कटरा बाजार भक्तिमय माहौल में डूब गया। लोगों ने दीप प्रज्वलित कर भगवान श्रीराम से समाज में शांति, समृद्धि और धर्म की स्थापना की प्रार्थना की।समिति अध्यक्ष सुभाष चौरसिया ने कहा कि रामलीला केवल एक नाट्य प्रस्तुति नहीं, बल्कि यह हमारे जीवन के आदर्शों को दर्शाने वाली जीवंत परंपरा है। इससे नई पीढ़ी को यह संदेश मिलता है कि धर्म की विजय और अधर्म के अंत का मार्ग सदा सत्य और मर्यादा के पालन से ही संभव है। उपाध्यक्ष किशोरीलाल चौरसिया और मंत्री विजय दुबे ने भी नगरवासियों से अपील की कि वे हर वर्ष इसी उत्साह और एकता के साथ इस परंपरा को आगे बढ़ाते रहें।

समापन कार्यक्रम के अंत में सभी उपस्थित जनों ने भगवान श्रीराम, माता सीता, लक्ष्मण और हनुमान जी की जयकारों के साथ रामलीला मंचन को विदाई दी। इस अवसर पर समस्त नगरवासी भावुक हो उठे और अगले वर्ष पुनः रामलीला के भव्य आयोजन की शुभकामनाएं दीं।दशहरा पर्व के समापन के साथ ही उमरिया पान कटरा बाजार का यह सांस्कृतिक और धार्मिक आयोजन अपनी अनूठी छाप छोड़ गया। दस दिन तक चले इस पर्व ने न केवल धार्मिक आस्था को और मजबूत किया बल्कि समाज में एकता, सद्भाव और मर्यादा के संदेश को भी जीवंत किया।

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