ढीमरखेड़ा जनपद के अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत शुक्ल पिपरिया का मामला 85 लाख की लागत से बना स्टाप डैम पहली बारिश में ही क्षतिग्रस्त हो गया ग्रामीणों ने घटिया निर्माण कार्य और अधिकारियों की अनदेखी का लगाया आरोप,आरईएस विभाग के द्वारा कराया गया स्टाप डैम का निर्माण कार्य
कलयुग की कलम से राकेश यादव

ढीमरखेड़ा जनपद के अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत शुक्ल पिपरिया का मामला 85 लाख की लागत से बना स्टाप डैम पहली बारिश में ही क्षतिग्रस्त हो गया ग्रामीणों ने घटिया निर्माण कार्य और अधिकारियों की अनदेखी का लगाया आरोप,आरईएस विभाग के द्वारा कराया गया स्टाप डैम का निर्माण कार्य
कलयुग की कलम उमरिया पान -मानसून की पहली बारिश में ही लाखों रुपये की लागत से बना स्टॉप डैम का आधा हिस्सा उखड़कर बह गया। डैम में जगह जगह दरारें आ गई। इतना ही नहीं डैम का कुछ हिस्सा नीचे की तरफ धसक गया है।मामला ढीमरखेड़ा जनपद पंचायत के शुक्ल पिपरिया गांव का है।स्टाप डैम अपनी उपयोगिता को लेकर ही सवालों के घेरे में है। ग्रामीणों ने स्टॉप डैम निर्माण कार्य की गुणवत्ता पर सवाल खड़ा करते हुए अधिकारियों की लापरवाही का आरोप लगाया है।


हासिल जानकारी के मुताबिक जनपद पंचायत ढीमरखेड़ा की ग्राम पंचायत शुक्ल पिपरिया में बेलकुण्ड नदी में स्लेप कलवर्ट स्टाप डैम का निर्माण कार्य कराया गया। जिला खनिज प्रतिष्ठान मद और मनरेगा योजना के तहत 85 लाख रुपये की लागत से इस स्टाप डैम का निर्माण कार्य ग्रामीण यांत्रिकी सेवा संभाग कटनी के द्वारा कुछ महीने पहले गर्मी के सीजन में कराया गया।खास बात यह है कि मानसून की पहली बारिश में ही स्टाप डैम कई जगह से क्षतिग्रस्त हो गया है। आरईएस विभाग के द्वारा इतना घटिया निर्माण कार्य कराया गया कि मंगलवार रात को मानसून की पहली बारिश में ही स्टाप डैम क्षतिग्रस्त हो गया।

ग्रामीणों ने बुधवार सुबह देखा तो डैम उखड़ा पड़ा था। स्टाप डैम का कुछ हिस्सा नीचे की तरफ धसक गया है।डैम के ऊपर लगे व्हीलगार्ड उखड़ कर पानी में बह गए है। डैम के दोनों छोर से मिट्टी का कटाव भी हो गया है। इतना ही नहीं स्टाप डैम में जगह जगह दरारें आ गई है। ग्रामीणों ने विभागीय अधिकारियों की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े किए हैं।ग्रामीणों का आरोप है कि स्टाप डैम निर्माण कार्य में घटिया सामग्री का उपयोग किया गया। तकनीकी मापदंडों का पालन नहीं किया गया।जिसके कारण स्टाप डैम पहली बारिश भी सहन नहीं कर पाया और क्षतिग्रस्त हो गया। जिम्मेदार अधिकारियों के डैम का गुणवत्ता विहीन कराया कर्य।
इनका कहना है-
शुक्ल पिपरिया मौके पर पहुँचकर स्टाप डैम को देखा है। बारिश में स्टाप डैम का कुछ हिस्सा क्षतिग्रस्त हुआ है। जिसका सुधार कराया जाएगा।
-:प्रदीप यादव, उपयंत्री आरईएस
पहली बारिश में ही स्टाप डैम कैसे क्षतिग्रस्त हो गया।इसकी जानकारी लेकर कार्रवाई करेंगे।



