भगवान परशुराम जयंती की तैयारी हेतु बैठक का आयोजन ब्राह्मण समाज की एकजुटता का प्रतीक उमरिया पान में शाम 6 बजे कटरा बाजार वार्ड नंबर 13 स्थित पुष्कर पब्लिक स्कूल में आयोजित होगी।
कलयुग की कलम से राकेश यादव

भगवान परशुराम जयंती की तैयारी हेतु बैठक का आयोजन ब्राह्मण समाज की एकजुटता का प्रतीक उमरिया पान में शाम 6 बजे कटरा बाजार वार्ड नंबर 13 स्थित पुष्कर पब्लिक स्कूल में आयोजित होगी।
कलयुग की कलम ढीमरखेड़ा -भारतीय संस्कृति में भगवान परशुराम का स्थान अत्यंत पूजनीय और विशेष है। वे विष्णु भगवान के छठे अवतार माने जाते हैं और उनका जीवन शौर्य, तप, न्याय और ब्राह्मणत्व की रक्षा हेतु समर्पित रहा है। हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी परशुराम जयंती का आयोजन अत्यंत श्रद्धा और भव्यता के साथ किया जाना सुनिश्चित किया गया है। इस आयोजन की तैयारी के लिए एक महत्वपूर्ण बैठक दिनांक 09 अप्रैल को आयोजित की जा रही है।
*बैठक का समय और स्थान*
यह बैठक दिनांक 09 अप्रैल को शाम 6 बजे कटरा बाजार वार्ड नंबर 13 स्थित पुष्कर पब्लिक स्कूल में आयोजित होगी। यह स्थान ब्राह्मण समाज के सांस्कृतिक गतिविधियों के केंद्र के रूप में विख्यात है और यहां आयोजित बैठकों का अपना एक ऐतिहासिक महत्व रहा है।
*बैठक का उद्देश्य*
बैठक का मुख्य उद्देश्य भगवान परशुराम जयंती समारोह की समुचित और भव्य तैयारी सुनिश्चित करना है। इस वर्ष भी पूर्व वर्षों की भांति जयंती का आयोजन निश्चित स्थान, दिनांक और समय पर किया जाना है, जिसमें पूरे क्षेत्र के ब्राह्मण समाज की सहभागिता अत्यंत आवश्यक है।
*ब्राह्मण समाज से अपील*
ब्राह्मण समाज के समस्त विप्रजनों, युवा वर्ग और समाज सेवकों से निवेदन है कि वे इस बैठक में अनिवार्य रूप से उपस्थित होकर आयोजन की सफलता सुनिश्चित करें। यह केवल एक धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि समाज की एकता, संस्कृति और परंपराओं को जीवित रखने का माध्यम भी है।
*भगवान परशुराम का जीवन परिचय प्रेरणा के स्त्रोत*
भगवान परशुराम का जीवन संघर्ष, शौर्य, ज्ञान और तपस्या से परिपूर्ण रहा है। उन्होंने अन्याय, अत्याचार और अधर्म के विरुद्ध आवाज़ उठाई और समाज में धर्म की स्थापना हेतु अपने जीवन को समर्पित किया। वे केवल योद्धा नहीं थे, बल्कि एक महान ब्राह्मण, तपस्वी और न्यायप्रिय व्यक्तित्व के धनी भी थे।
 
				 
					
 
					
 
						


