मध्यप्रदेश

जन अभियान परिषद की विशेष पहलअंतर्राष्ट्रीय ध्यान दिवस के उपलक्ष्य में गांव – गांव में आयोजित हुए ध्यान शिविर

कलयुग की कलम से राकेश यादव

जन अभियान परिषद की विशेष पहलअंतर्राष्ट्रीय ध्यान दिवस के उपलक्ष्य में गांव – गांव में आयोजित हुए ध्यान शिविर

◾कटनी – राज्य शासन के निर्देशानुसार, हार्टफुलनेस हैदराबाद के मार्गदर्शन एवं मध्य प्रदेश जन अभियान परिषद भोपाल के समन्वय से 21 दिसंबर को अंतरराष्ट्रीय ध्यान दिवस के उपलक्ष्य में संपूर्ण मध्य प्रदेश के गांव-गांव में ध्यान कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। इसी श्रृंखला में मध्य प्रदेश जन अभियान परिषद जिला कटनी द्वारा जिले के सभी 6 विकासखंडों में नवांकुर संस्थाओं, ग्राम विकास प्रस्फुटन समितियों एवं मुख्यमंत्री सामुदायिक नेतृत्व क्षमता विकास कार्यक्रम के परामर्शदाताओं, छात्र-छात्राओं के सहयोग से ध्यान कार्यक्रम आयोजित किए गए जिसमें उपस्थित प्रतिभागियों को ध्यान करने की प्रक्रिया से अवगत कराया गया साथ ही ध्यान से होने वाले शारीरिक के और मानसिक लाभ के बारे में जानकारी दी गई।

जिला समन्वयक डॉक्टर तेज सिंह केशवाल ने बताया की प्राचीन काल से ही ध्यान भारतीय दर्शन का एक अभिन्न अंग रहा है प्राचीन भारत में ध्यान वैदिक में वर्णित एक विशेष अभ्यास के रूप में शुरू हुआ जो आयुर्वेद की व्यापक स्वास्थ्य प्रणाली के साथ सह अस्तित्व में था, वर्तमान परिस्थितियों को दृष्टिगत रखते हुए स्वस्थ शरीर एवं प्रफुल्लित मन हेतु ध्यान को नियमित तौर से अपनी जीवन शैली में शामिल करने की विशेष आवश्यकता है, अपने मन की गतिविधियों को शांत करते हुए किसी एक विषय पर निरंतर एकाग्रचित रहने की प्रक्रिया को ही ध्यान कहते हैं। ध्यान में विचारों और भावनाओं को शांत करने हेतु साक्षी भाव का उपयोग करता है तथा अपने अंत मन की गहराइयों से परिचित होते हुए अत्यंत शांति ऊर्जा एवं सकारात्मकता का अनुभव कर सकता है, ध्यान की इन्हीं विशेषताओं को जन-जन तक पहुंचाने और क्रियान्वित करने की दृष्टि से सभी 6 विकासखंडों में सेक्टर स्तर पर 40 स्थानों में विकासखंड समन्वयकों बालमुकुंद मिश्र, अरविंद शाह, बबीता शाह, नंदिनी भाटिया और आरती गुप्ता की उपस्थिति, में ध्यान से विशेष रूप से आयोजित किए गए।

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