पोड़ी खुर्द में उल्टी दस्त के प्रकोप से एक बच्ची की मौत, क्षेत्र में संक्रमण का खतरा लगातार बढ़ता हुआ क्षेत्र में दहशत का माहौल
कलयुग की कलम से राकेश यादव
पोड़ी खुर्द में उल्टी दस्त के प्रकोप से एक बच्ची की मौत, क्षेत्र में संक्रमण का खतरा लगातार बढ़ता हुआ क्षेत्र में दहशत का माहौल
कलयुग की कलम ढीमरखेड़ा-उमरियापान बाढ़ जैसी आपदा के बाद अब ग्रामीण उल्टी दस्त के प्रकोप से लगातार परेशान हैं। उमरियापान सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना सामने आई है, जहाँ पोड़ी खुर्द निवासी रतन लाल चक्रवर्ती ने अपनी बेटी मानसी चक्रवर्ती को उल्टी और दस्त की शिकायत के बाद भर्ती कराया था।

मानसी की स्थिति गंभीर थी, और उसकी स्वास्थ्य स्थिति को देखते हुए उसे तत्काल इलाज की आवश्यकता थी। हालांकि, तमाम प्रयासों के बावजूद, उसे बचाया नहीं जा सका और आज सुबह उसकी मृत्यु हो गई।उमरियापान सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में ऐसे मामलों का इलाज करने के लिए आवश्यक सुविधाएं और चिकित्सकीय संसाधनों की स्थिति कैसी है, यह एक बड़ा सवाल है। ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सुविधाओं की कमी अकसर ऐसे दुखद परिणामों का कारण बनती है। इस घटना से यह भी स्पष्ट होता है कि समय पर और उचित चिकित्सा सेवा की उपलब्धता कितनी महत्वपूर्ण है, विशेषकर छोटे बच्चों के मामलों में जहाँ स्थिति तेजी से बिगड़ सकती है। इस घटना के बाद स्थानीय समुदाय में गहरा दुख और निराशा है। मानसी के परिवार के लिए यह एक बहुत बड़ी क्षति है, और पूरे गांव में इस घटना ने सभी को झकझोर कर रख दिया है। मानसी की मौत न केवल उसके परिवार के लिए बल्कि पूरे समाज के लिए एक चेतावनी है कि स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार और स्वास्थ्य केंद्रों की पर्याप्तता सुनिश्चित करना कितना जरूरी है। स्वास्थ्य केंद्रों में सुविधाओं की कमी, आवश्यक दवाओं का अभाव, और समय पर चिकित्सकीय सहायता न मिल पाना ऐसे मामलों में एक बड़ा मुद्दा बन जाता है। यह मामला एक बार फिर स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति पर सवाल खड़ा करता है, और इसे सुधारने के लिए तत्काल कदम उठाने की जरूरत है। ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति को सुधारने के लिए सरकार और समाज दोनों को मिलकर काम करना होगा ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचा जा सके।




