जबलपुर- गौर, परियट समेत नर्मदा की अन्य सहायक नदियों से पानी की आवक और बरगी बांध से वृहद स्तर पर पानी छोड़े जाने के कारण नर्मदा तटों में जल स्तर बढ़ गया है। गौरीघाट, तिलवाराघाट, लहेटाघाट से लेकर भेड़ाघाट व अन्य तटों में बाढ़ के हालात बने हुए हैं। हालांकि बरगी बांध के 9 गेट की ऊंचाई दोपहर 2 बजे कम कर दी गई। गेट अब 0.88 मीटर खुले हुए हैं, जिनसे 1407 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है। 1813 क्यूमेक पानी की आवक हो रही है।
कैचमेंट एरिया में झमाझम बारिश का असर, डूब गए हैं नर्मदा तट
गौरीघाट में सिद्धघाट, उमाघाट, मुय तट से लेकर नाव घाट डूबे हुए हैं। इसके बावजूद लोग सेल्फी व रील्स बनाने की जुगत में नदी के प्रवाह क्षेत्र के बिलकुल करीब तक जाते दिखे।
कंट्रोल रूम की टीम रख रही है नजर
बरगी बांध के कैचमेंट एरिया में रुक-रुक कर हो रही बारिश को देखते हुए बांध कंट्रोल रूम की टीम नजर रख रही है। जिससे की आवश्यकता के अनुसार बांध से जल की निकासी बढ़ाई या घटाई जा सकती है।
फिलहाल झमाझम बारिश पर विराम के आसार
जिले में मानसूनी सिस्टम फिर कमजोर हो गया है। हालांकि ट्रफ लाइन मध्यप्रदेश से होकर जा रही है, लेकिन हवा का सहयोग न मिलने से कम दबाव के क्षेत्र सक्रिय नहीं हो पा रहे हैं। इसी वजह से सोमवार को सारा दिन रुक रुककर बूंदाबांदी हुई। मौसम विभाग के अनुसार 28 अगस्त के बाद बारिश पर अस्थायी विराम लग सकता है। मंगलवार को संभाग के जिलों में बारिश हो सकती है।
सोमवार को शहर के अलग अलग इलाकों में अलग-अलग समय पर बूंदाबांदी हुई। बादल छाए रहने व हवा चलने से तापमान भी नीचे आया। अधिकतम तापमान 29.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। यह सामान्य से एक डिग्री कम था। वहीं, रात का न्यूनतम तापमान 23.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। यह भी सामान्य से एक डिग्री कम रहा। सोमवार को 15.3 मिमी बारिश दर्ज की गई। सीजन की कुल वर्षा का आंकड़ा 43.15 इंच पहुंच गया है।