मां सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया शासकीय तिलक महाविद्यालय मे एचआईवी रक्तदान के महत्व पर कार्यशाला आयोजित
कलयुग की कलम से राकेश यादव
मां सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया शासकीय तिलक महाविद्यालय मे एचआईवी रक्तदान के महत्व पर कार्यशाला आयोजित
कलयुग की कलम कटनी-प्रधानमंत्री कॉलेज आफ एक्सीलेंस शासकीय तिलक स्नातकोत्तर महाविद्यालय कटनी में रेड रिबन क्लब समिति द्वारा एचआईवी एड्स एवं रक्तदान के महत्व विषय पर कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस आयोजन में उपस्थित अतिथियों प्राचार्य डॉ एस के खरे, राज किशोर मानव जीवन विकास समिति बिजौरी, ज्योत्सना आठ्या प्रभारी इको क्लब, डॉ सरदार दिवाकर एनसीसी अधिकारी द्वारा ज्ञान की देवी मां सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया।


डॉक्टर एस के खरे ने रक्तदान की आवश्यकताओं पर चर्चा करते हुए कहा की रक्तदान मानव जीवन द्वारा किया जाने वाला महाअभियान है। इस अभियान में हम सभी अपने रक्त के माध्यम से मानवता की सेवा करते हैं।रक्तदान का महत्व न केवल जरूरतमंदों के जीवन को बचाने में है, बल्कि यह एक समाज के रूप में आपसी सहयोग और समर्थन को भी दर्शाता है। आज के कार्यक्रम के मुख्य वक्ता डॉ सरदार दिवाकर ने रक्तदान एवं एचआईवी एड्स के बारे में विस्तार से चर्चा किया। रक्तदान को लेकर समाज में जो भ्रांतियां है उसको दूर करने की जरूरत हैं। आज रक्तदान समय की जरूरत है। रक्तदान को महादान की संज्ञा दी जाती है, क्योंकि रक्त हमेशा हम किसी जरूरतमंद को देकर उसके जीवन की रक्षा करता हैं। इस कार्यक्रम के दौरान शेख अनवर, दिव्या गौतम और अन्य छात्रों ने रक्तदान के साथ-साथ एचआईवी संक्रमण को लेकर अपनी बात रखी। तथा विद्यार्थियों ने कहा कि एचआईवी इन्फ़ेक्शन होने के कुछ हफ़्तों के भीतर फ़्लू के लक्षण, जैसे कि बुखार, गले में खराश और थकान हो सकती है। एड्स के लक्षणों एवं एचआईवी एड्स के बचाव के बारे में भी जानकारी साझा की।
कार्यक्रम का सफल संचालन राष्ट्रीय सेवा योजना के जिला संगठन डॉ रुक्मणी प्रताप सिंह सिंह एवं आभार प्रदर्शन डॉ सुची सिंह द्वारा किया गया। इस कार्यक्रम के दौरान डॉ माधुरी गर्ग, श्रीमती ज्योत्सना आठ्या, डॉ अजय कुमार ठाकुर, डॉ अतुल कुमार, डॉ विजय कुमार, आयुष तिवारी डॉ सूचि सिंह, डॉ ज्ञानेंद्र मोहन श्रीवास्तव, अमित चौधरी, डॉ अनिल कुमार, शैलजा बरसैया, डॉ ज्योत्सना पाठक तथा महाविद्यालय के अधिकारियों कर्मचारियों एवं विद्यार्थियों की उपस्थिति सराहनीय रही।




